आखिर क्या है जम्मू कश्मीर में बीजेपी का खेल? दूसरी सूची वापस लिए जाने के बाद पार्टी मुख्यालय पे लोग कर रहे प्रदर्शन
आकृति गौर
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नाराज़ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जम्मू में विरोध प्रदर्शन किया। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए 44 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने और तेजी से वापस लेने के तुरंत बाद ऐसा हुआ।
हालांकि पार्टी ने बाद में दो नई सूचियां जारी कीं, जिनमें से एक में 15 उम्मीदवार थे, जिनमें जम्मू क्षेत्र से आठ और कश्मीर घाटी से सात उम्मीदवार शामिल थे, और दूसरी सिर्फ एक नाम के साथ, कोकरनाग निर्वाचन क्षेत्र के लिए चौधरी रोशन हुसैन गुर्जर, पार्टी नेता अपनी असहमति प्रदर्शित करने के लिए जम्मू शहर में भाजपा मुख्यालय में एकत्र हुए और अपना विरोध दर्शाया।
आश्चर्यजनक रूप से पार्टी ने पूर्व उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह और पूर्व मंत्रियों सतपाल शर्मा, प्रिया सेठी और शाम लाल चौधरी जैसे वरिष्ठ नेताओं को अब-वापस ले ली गई सूची में नाम नहीं दिया था।
कथित तौर पर सूची वापस ले ली गई, क्योंकि केवल पहले चरण के नाम आज जारी किए जाने थे, लेकिन भाजपा ने गलती से अन्य दो चरणों के उम्मीदवारों को भी शामिल कर लिया था।
एससी मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष जगदीश भगत ने अपनी निराशा को यह कहते हुए दर्शाया कि, “मैं पिछले 18 वर्षों से पार्टी के लिए काम कर रहा हूँ और टिकट की उम्मीद कर रहा था, लेकिन 44 उम्मीदवारों की सूची से पता चला कि पार्टी ने सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी मोहन लाल भगत को चुना है, जो सिर्फ दो दिन पहले भाजपा में शामिल हुए हैं। जबकी मैंने पार्टी के लिए अथक प्रयास किया है।
कई कार्यकर्ताओं को जम्मू उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से नेता ओमी खजुरिया के लिए टिकट की मांग को लेकर भाजपा कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते देखा गया। वापस ली गई सूची में भाजपा ने इस सीट से कांग्रेस के पूर्व नेता शाम लाल शर्मा को मैदान में उतारा है।