कानपुर-प्रयागराज रूट पर रेल पटरी पर मिला एलपीजी सिलेंडर
रविवार सुबह उत्तर प्रदेश के प्रे़मपुर स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर देखने के बाद एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए। यह ट्रेन कानपुर से प्रयागराज जा रही थी। रेलवे पुलिस ने सिलेंडर को ट्रैक से हटाकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ ने बताया, “आज सुबह 5:50 बजे, कानपुर से प्रयागराज की ओर जा रही मालगाड़ी को प्रे़मपुर स्टेशन पर ट्रैक पर पड़े गैस सिलेंडर को देखकर ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका। रेलवे निरीक्षक, सुरक्षा और अन्य टीमों ने सिलेंडर का निरीक्षण किया और उसे ट्रैक से हटा दिया। जांच के दौरान पाया गया कि 5-लीटर का सिलेंडर बिल्कुल खाली था। मामले की जांच के निर्देश दिए जा चुके हैं।”
इससे पहले इस महीने की शुरुआत में, प्रयागराज-भिवानी कालिंदी एक्सप्रेस को एक बड़ी दुर्घटना से बचाया गया था, जब ट्रैक पर रखे गए एलपीजी सिलेंडर से ट्रेन की टक्कर हुई थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने का प्रयास किया गया था। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम और रेलवे सुरक्षा बल मामले की जांच कर रहे है।”
उन्होंने आगे कहा, “लोको पायलट ने ट्रैक पर सिलेंडर देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाए। ट्रेन की सिलेंडर से टक्कर हो गई, लेकिन टक्कर के बाद सिलेंडर ट्रैक से दूर हो गया।”
एक मोलोटोव कॉकटेल भी बरामद किया गया था।
17 अगस्त को, वाराणसी-अहमदाबाद साबरमती एक्सप्रेस के 22 कोच कानपुर के पास पटरी से उतर गए थे, जब इंजन ने एक ‘वस्तु’ से टकरा गया, जिसे लोको पायलट ने एक बोल्डर बताया था।
पिछले हफ्ते, रेलवे ट्रैक पर बिलासपुर रोड और रुद्रपुर सिटी के बीच एक छह मीटर लंबी लोहे की छड़ मिली थी। रेलवे ने इसे तोड़फोड़ की कोशिश करार दिया। लोको पायलट ने छड़ देखकर इमरजेंसी ब्रेक लगाए और ट्रैक साफ किया।