ट्रंप ने डेविड पर्ड्यू को चीन का एंबेसडर नियुक्त किया
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्जिया के पूर्व सीनेटर डेविड पर्ड्यू को चीन में अमेरिका का एंबेसडर नियुक्त करने का फैसला किया है। यह निर्णय ट्रंप के प्रशासन में चीन के साथ संबंधों को सुधारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
डेविड पर्ड्यू की पृष्ठभूमि
- राजनीतिक करियर: डेविड पर्ड्यू ने चार साल पहले डेमोक्रेट उम्मीदवार जॉन ओसॉफ से सीनेट की सीट हारने के बाद से राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है।
- अनुभव: पर्ड्यू के पास व्यापार और आर्थिक मुद्दों पर गहरा अनुभव है, जो उन्हें चीन के साथ अमेरिका के संबंधों को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
ट्रंप ने चीन, मैक्सिको और कनाडा पर नए टैरिफ लगाने की धमकी दी है। यह कदम अवैध अप्रवास और ड्रग्स पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है। ट्रंप का कहना है कि:
- टैरिफ की दरें: वह कनाडा और मैक्सिको से आने वाले सभी उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, चीन से आने वाले सामानों पर अतिरिक्त 10% टैरिफ लगाने का भी प्रस्ताव है।
- महंगाई का प्रभाव: यदि ये टैरिफ लागू होते हैं, तो अमेरिकी उपभोक्ताओं को गैस, ऑटोमोबाइल और कृषि उत्पादों की कीमतों में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है।
चीन ने इस सप्ताह की शुरुआत में एक बयान जारी किया है जिसमें चेतावनी दी गई है कि:
- ट्रेड वॉर का खतरा: चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यू ने कहा कि ट्रेड वॉर से किसी को भी लाभ नहीं होगा और यह दोनों पक्षों के लिए नुकसानदेह साबित होगा।
- आर्थिक सहयोग: उन्होंने यह भी कहा कि चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक और व्यापार सहयोग से दोनों देशों को लाभ होता है, और किसी भी प्रकार की व्यापारिक लड़ाई से बचना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप का यह निर्णय अमेरिका-चीन संबंधों को पुनः परिभाषित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पर्ड्यू की नियुक्ति और ट्रंप की टैरिफ लगाने की रणनीति से यह स्पष्ट होता है कि ट्रंप प्रशासन चीन के साथ अपने आर्थिक संबंधों को लेकर गंभीर है। हालांकि, इससे अमेरिकी उपभोक्ताओं पर महंगाई का दबाव बढ़ सकता है, जिससे आने वाले समय में आर्थिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।
यह विकास न केवल अमेरिका के लिए, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है।