डॉक्टर हड़ताल पर, उपचार सेवाएं बाधित
अर्चना सिंह
मेरठ मेडिकल कॉलेज में 1 अक्टूबर 2024 को जूनियर डॉक्टरों ने अचानक हड़ताल शुरू कर दी, जिससे अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह ठप हो गईं। यह हड़ताल एक जूनियर डॉक्टर के साथ हुई मारपीट की घटना के विरोध में की गई। जानकारी के अनुसार, अस्पताल में एक मरीज के परिजनों ने डॉक्टर के साथ बदसलूकी की और उसे शारीरिक नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, जिसके बाद सभी डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से काम बंद कर दिया।
हड़ताल के कारण मरीजों को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से उन मरीजों को जिन्हें आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की आवश्यकता थी। इमरजेंसी वार्ड और अन्य महत्वपूर्ण सेवाओं पर इसका सीधा असर पड़ा है, जिससे कई ऑपरेशन और उपचार प्रक्रियाएं बाधित हो गई हैं।
डॉक्टरों ने मांग की है कि अस्पताल प्रशासन दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे और भविष्य में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए। हड़ताल के समर्थन में कई अन्य चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ भी शामिल हो गए हैं, जिससे हालात और भी गंभीर हो गए हैं। इस बीच, अस्पताल प्रशासन और स्थानीय प्रशासन डॉक्टरों से बातचीत कर रहे हैं ताकि जल्द से जल्द समाधान निकाला जा सके और चिकित्सा सेवाओं को बहाल किया जा सके।
हड़ताल के चलते मरीजों को न केवल इलाज में देरी हो रही है, बल्कि उन्हें अन्य अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को अतिरिक्त परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने का आश्वासन दिया है और डॉक्टरों से जल्द काम पर लौटने की अपील की है।