तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान: पाकिस्तान को बेदम करने वाला आतंकवादी संगठन
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), जिसे ‘पाकिस्तानी तालिबान’ के नाम से भी जाना जाता है, ने अफगानिस्तान और पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्रों में आतंक का माहौल बना रखा है, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। 2024 में TTP द्वारा किए गए 1758 हमलों में 1284 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और 1661 घायल हुए हैं, साथ ही 49 सैनिकों को बंदी भी बनाया गया है। इसका गठन 2007 में पाकिस्तान के कबायली इलाकों में हुआ था, जिसका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान में इस्लामी शरीयत लागू करना है। TTP, अफगान तालिबान के साथ वैचारिक और रणनीतिक रूप से जुड़ा हुआ है। इस संगठन ने कई बड़े हमलों को अंजाम दिया है, जैसे 2014 में पेशावर का आर्मी पब्लिक स्कूल हमला, जिसमें 140 से अधिक लोग मारे गए। पाकिस्तान की सेना ने TTP के खिलाफ ऑपरेशन ज़र्ब-ए-अज्ब और ऑपरेशन रद्द-उल-फसाद जैसे अभियानों का संचालन किया है। TTP के पास एके 47, मोर्टार और रॉकेट लॉन्चर जैसे आधुनिक हथियार हैं, और यह दुर्गम इलाकों में छिपने की क्षमता रखता है। इस प्रकार, TTP न केवल पाकिस्तान के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती है, बल्कि यह क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी खतरा बना हुआ है।