तकनीक

दुनिया की सबसे हल्की बुलेट प्रूफ जैकेट: टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और MOA पर हस्ताक्षर!

एक ऐतिहासिक सहयोग में, आईआईटी दिल्ली ने डीआरडीओ के साथ मिलकर दुनिया की सबसे हल्की बुलेटप्रूफ जैकेट की तकनीक को तीन उद्योगों को ट्रांसफर किया है। इस महत्वपूर्ण पहल में अत्यधिक ठंड और गर्मी के लिए कपड़ों और बुलेटप्रूफ जैकेट के कच्चे माल के लिए मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (MOA) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।

पहल के मुख्य बिंदु:

  • स्वदेशी विकास: यह पहल स्वदेशी पॉलिमरिक बैलिस्टिक सामग्री के विकास पर केंद्रित है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ सहयोग किया गया है।
  • सुरक्षा में सुधार: यह कदम भारत के स्वदेशी रक्षा निर्माण क्षमताओं को बढ़ाने और सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा में सुधार करने के प्रयासों का हिस्सा है।
  • करीबी निगरानी: डीआरडीओ की करीबी निगरानी में लगभग 50 अनुसंधान परियोजनाएँ पांच तकनीकी वर्टिकल में शुरू की गई हैं।

सैनिक जैकेट का डिज़ाइन:

आईआईटी दिल्ली का डीआईए-सीओई क्षेत्र में सैनिकों के लिए विशिष्ट तकनीकों पर काम कर रहा है, जिसमें शामिल हैं:

  • उच्च प्रदर्शन और हल्का बॉडी आर्मर
  • स्मार्ट सैनिक जैकेट
  • अग्निशामक सुरक्षा गियर
  • ठंडे मौसम के लिए सैनिक जैकेट

आत्मनिर्भरता की प्रतिबद्धता:

लगभग 100 फैकल्टी सदस्यों और 200 शोध छात्रों के साथ, यह पहल देश की रक्षा सुरक्षा में आत्मनिर्भरता के सपने को साकार करने का लक्ष्य रखती है। समझौतों पर INAE वार्षिक सम्मेलन के दौरान 19 दिसंबर 2024 को हस्ताक्षर किए गए, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भाग लिया।

प्रमुख व्यक्ति:

  • डॉ. समीर वी. कामत, डीआरडीओ अध्यक्ष
  • प्रो. रंगन बनर्जी, निदेशक आईआईटी दिल्ली
  • प्रो. नरेश भटनागर, डीन (आरएंडडी)

यह पहल हमारी रक्षा बलों की सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *