बीरभूम ब्लास्ट: लापरवाही या हादसा? कोयला खदान में धमाका, 7 मजदूरों की दर्दनाक मौत
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के लोकपुर में वदुलिया कोयला खदान में हुए भीषण विस्फोट ने 7 मजदूरों की जान ले ली है। यह हादसा सोमवार सुबह लगभग 10:30 से 11:00 बजे के बीच हुआ, जब खदान के अंदर काम कर रहे मजदूरों पर अचानक विस्फोट का कहर टूट पड़ा। अब तक 5 शव निकाले जा चुके हैं, जबकि कुछ और मजदूरों के खदान के भीतर फंसे होने की आशंका है।
विस्फोट की भयावहता और लापरवाही की कहानी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गंगारामचक कोयला खदान में कोयला निकालने के लिए विस्फोट किया गया, लेकिन उस समय अंदर मजदूर काम कर रहे थे, जिन पर किसी का ध्यान नहीं गया। इस लापरवाही का नतीजा यह रहा कि खदान के भीतर मजदूर फंस गए और कईयों की जान चली गई। मृतकों के शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए कि पहचान करने में पुलिस को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस घटना के बाद खदान के अधिकारी घटनास्थल से भाग खड़े हुए, जिससे इलाके में भारी तनाव है।
पुलिस और बचाव दल का ऑपरेशन
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाल लिया है और घायलों को बाहर निकालने का काम जारी है। घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि यह धमाका कोयला खनन के दौरान हुआ या कोई केमिकल विस्फोट था। विस्फोट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि कई मजदूरों के शव चकनाचूर हो गए।
आरोप और जांच की दिशा
स्थानीय लोगों का आरोप है कि खदान में सुरक्षा मानकों की घोर अनदेखी की गई थी, जिससे यह हादसा हुआ। खदान में काम करने वाले मजदूरों के जीवन की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। इस बीच, पुलिस और अन्य जांच एजेंसियां इस घटना के पीछे की असल वजह का पता लगाने में जुटी हैं।