भारत के हाथ लगी अपार सफलता, हरविंदर सिंह ने जीता गोल्ड
टोक्यो खेलों के कांस्य पदक विजेता हरविंदर सिंह ने पैरालिंपिकस में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। बुधवार को पेरिस पैरालिंपिकस में, सिंह ने पुरुषों के व्यक्तिगत रिकर्व ओपन फाइनल में पोलैंड के लुकास्ज़ सिजेक को 6-0 से हराया। सिंह ने अंतिम सेट 29-25 से जीता, जिससे भारत को पेरिस में चौथा स्वर्ण पदक मिला।
सिंह ने सिजेक के खिलाफ शुरुआती 2-0 की बढ़त बनाई, सेट 1 को 28-24 से जीतकर, और फिर सेट 2 (28-27) में विजय प्राप्त कर 4-0 की बढ़त बनाई।
हरियाणा के अजित नगर में एक किसान परिवार से आने वाले हरविंदर ने जीवन के प्रारंभिक दिनों में कई चुनौतियों का सामना किया। महज़ डेढ़ साल की उम्र में, उन्हे डेंगू का सामना करना पड़ा और इलाज के परिणामस्वरूप इंजेक्शनों के साइड इफेक्ट्स के कारण उनके पैरों की कार्यक्षमता पर प्रभाव पड़ा।
तीन साल पहले, हरविंदर ने टोक्यो पैरालिंपिकस में भारत का पहला तीरंदाजी पदक – कांस्य – जीतकर इतिहास रचा। खेलों की उपलब्धियों के साथ-साथ, वे अर्थशास्त्र में पीएच.डी. भी कर रहे हैं।