मनमोहन सिंह की तीन बेटियां: इतिहास, कानून और साहित्य में नया इतिहास रचती शख्सियतें
26 दिसंबर 2024 को भारत के 13वें प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के साथ एक युग का अंत हो गया। उनके जीवन के साथ-साथ उनकी तीन बेटियों का योगदान भी प्रेरणा का स्रोत है। इतिहास, कानून और साहित्य के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाली इन बेटियों ने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता और समाज सेवा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है।
उपिंदर सिंह: इतिहास की अग्रणी हस्ती
परिचय
- पद: अशोका यूनिवर्सिटी की डीन
- पूर्व पद: दिल्ली विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग की अध्यक्ष
- शिक्षा: मैकगिल यूनिवर्सिटी, मॉन्ट्रियल की पूर्व छात्रा
योगदान
उपिंदर सिंह इतिहास, पुरातत्व और राजनीतिक विचारों के अध्ययन के लिए प्रसिद्ध हैं। उनके उल्लेखनीय कार्यों में शामिल हैं:
- “ए हिस्ट्री ऑफ एंशिएंट एंड अर्ली मीडिवल इंडिया”: प्राचीन और मध्यकालीन भारत का गहन विश्लेषण प्रस्तुत करती यह पुस्तक।
- “पॉलिटिकल वायलेंस इन एंशिएंट इंडिया”: प्राचीन भारत के सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर आधारित गहरी दृष्टि।
उपलब्धियां
- फैलोशिप: हार्वर्ड, कैम्ब्रिज, और लीडेन जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में फैलोशिप।
- पुरस्कार: इन्फोसिस प्राइज फॉर सोशल साइंसेज से सम्मानित।
अमृत सिंह: मानवाधिकारों की समर्थक
परिचय
- पद: स्टैनफोर्ड लॉ स्कूल में प्रैक्टिस प्रोफेसर
- भूमिका: रूल ऑफ लॉ इम्पैक्ट लैब की संस्थापक और कार्यकारी निदेशक
- शिक्षा: येल लॉ स्कूल, ऑक्सफोर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा
योगदान
अमृत सिंह ने मानवाधिकारों के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है। उनके कार्यों में शामिल हैं:
- ऐतिहासिक मुकदमे: यातना और मनमानी हिरासत जैसे मुद्दों पर कानूनी लड़ाई।
- अंतरराष्ट्रीय वकालत: उन्होंने यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय और अफ्रीकी आयोग में ऐतिहासिक मामले प्रस्तुत किए।
प्रकाशन
उनके लेख द गार्डियन और द न्यूयॉर्क टाइम्स जैसे प्रतिष्ठित प्रकाशनों में प्रकाशित हुए हैं।
दमन सिंह: साहित्य की सशक्त आवाज
परिचय
- प्रमुख कृतियां: संस्मरण “स्ट्रिक्टली पर्सनल: मनमोहन और गुरशरण” की लेखिका।
- अन्य रचनाएं: “द सेक्रेड ग्रोव” और “नाइन बाय नाइन”।
- जन्म: चंडीगढ़, 1963
योगदान
दमन सिंह अपने गहन और व्यक्तिगत लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी पुस्तकें पाठकों को निजी अनुभवों और सामाजिक विषयों का अनोखा मिश्रण प्रदान करती हैं। उनकी लिखी जीवनी पाठकों को मनमोहन सिंह और उनके परिवार की एक अनदेखी झलक देती है।
उपलब्धियां
दमन सिंह की रचनाएं उनके गहरे सांस्कृतिक और बौद्धिक दृष्टिकोण को प्रदर्शित करती हैं, जो पाठकों के दिल को छू जाती हैं।
डॉ. मनमोहन सिंह की बेटियां—उपिंदर, अमृत, और दमन—अपने-अपने क्षेत्रों में समर्पण और उत्कृष्टता का प्रतीक हैं। इतिहास, कानून और साहित्य में उनके योगदान न केवल उनके पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित भी करते हैं।