आस्था पर विवाद: तिरुपति लड्डू मामले की गूंज, आंध्र सरकार ने SIT जांच के लिए कदम उठाया! #TirupatiLadduControversy
अमरावती: तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद के रूप में चढ़ाए जाने वाले पवित्र लड्डू को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा। आंध्र प्रदेश सरकार ने इस विवाद की गहन जांच के लिए नौ सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में आरोप लगाया था कि युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) की पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में तिरुपति के प्रसाद में घटिया सामग्री और पशु चर्बी का उपयोग किया गया, जिससे करोड़ों हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची है। इस गंभीर आरोप ने देशभर में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है।
SIT की कमान संभालेंगे IG सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी
राज्य के मुख्य सचिव नीरभ कुमार प्रसाद ने बयान जारी कर कहा, “आंध्र प्रदेश सरकार ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की पवित्रता को बनाए रखने के लिए एसआईटी जांच का निर्णय लिया है।” SIT का नेतृत्व गुंटूर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी करेंगे, जो पूरे मामले की गहन और निष्पक्ष जांच करेंगे।
वाईएसआरसीपी ने उठाई सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की मांग
इस बीच, YSRCP के नेताओं ने आरोप लगाया है कि SIT की जांच निष्पक्ष नहीं होगी, क्योंकि यह मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करती है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग की है ताकि मामले की पूरी पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
विवाद ने धार्मिक भावनाओं को किया प्रभावित
यह मामला केवल एक कानूनी मुद्दा नहीं, बल्कि करोड़ों भक्तों की आस्था और भावनाओं से जुड़ा है। तिरुपति बालाजी के भक्तों के लिए प्रसाद स्वरूप लड्डू अत्यधिक पवित्र माने जाते हैं, और इस पर लगे आरोपों ने सभी को गहरे सदमे में डाल दिया है।
#TirupatiLadduControversy, #FaithUnderThreat, #SITInvestigation, #BalajiTempleScandal, #YSRCPControversy, #TTDPurity, #ChandrababuNaidu, #SupremeCourtDemand