सामंथा रुथ प्रभु ने बताया अपने ‘दिल का हाल’, कहा तलाक के बाद हुई एक नई शुरुआत
सामंथा रुथ प्रभु ने हाल ही में तलाक के दौरान अपने अनुभव और उस पर की गई टिप्पणियों के बारे में खुलकर बात की। अभिनेत्री ने तलाकशुदा महिलाओं के प्रति समाज में मौजूद रूढ़िबद्ध धारणा और उन पर लगाए गए कठोर लेबलस जैसे “सेकंड हैंड,” “यूज्ड,” और “वेस्टेड लाइफ” का जिक्र किया।
सामंथा ने कहा कि उनके बारे में कही गई कई बातें पूरी तरह से झूठ थीं। उन्होंने बताया, “ऐसे कई पल आए जब मैं बाहर आकर सच बताना चाहती थी। लेकिन फिर मैंने सोचा कि जो लोग मेरे लिए मायने रखते हैं, वे सच जानते हैं। मुझे अब किसी तरह की मान्यता की तलाश नहीं है।”
उन्होंने यह भी कहा कि तलाकशुदा महिलाओं को समाज से अक्सर शर्म और अपराधबोध झेलना पड़ता है। “तलाक के बाद महिलाओं को ऐसा महसूस कराया जाता है जैसे वे असफल हैं। शुरुआत में, ये बातें मुझे बहुत आहत करती थीं। लेकिन फिर मैंने सोचा कि इसे अपनी ताकत बना लिया जाए। हां, मैं तलाकशुदा हूं और मेरी जिंदगी किसी फेरीटेल जैसी नहीं रही। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि मैं कोने में बैठकर रोती रहूं। मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया।”
अपनी शादी की पोशाक को तलाक के बाद फिर से डिज़ाइन करने के फैसले पर उन्होंने स्पष्ट किया कि यह किसी प्रकार का बदला नहीं था। “तलाक का मतलब यह नहीं कि मेरी जिंदगी खत्म हो गई। जहां यह खत्म हुई, वहीं से एक नई शुरुआत हुई। मैं आज बहुत खुश हूं। मैंने बहुत विकास किया है, शानदार काम कर रही हूं और अद्भुत लोगों से मिल रही हूं। मैं अपनी जिंदगी के अगले चरण का बेसब्री से इंतजार कर रही हूं।”
