‘हमने उसे छोड़ने की सलाह दी थी…’ अन्ना पेरायिल के पिता ने तोड़ी चुप्पी, भावुक हुए शब्द
पुणे में Ernst & Young (EY) की चार्टर्ड अकाउंटेंट अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल, जो मात्र 26 साल की थीं, ने अपनी नौकरी के सिर्फ चार महीने बाद ही दुखद रूप से दम तोड़ दिया। अन्ना के परिवार ने उनकी मौत का कारण अत्यधिक कार्यभार को बताया है। अन्ना की मां, अनीता ऑगस्टीन, ने EY इंडिया के प्रमुख राजीव मेमानी को एक भावुक पत्र लिखकर कंपनी की “अत्यधिक काम की महिमा” और उसकी कथित मानवाधिकार मूल्यों के बीच के अंतर को उजागर किया।
अन्ना ने 19 मार्च, 2024 को EY पुणे जॉइन किया था और 20 जुलाई, 2024 को उनका निधन हो गया। उनकी मां के पत्र ने कंपनी के मूल्यों और अन्ना द्वारा सहन किए गए कार्य दबाव के बीच के अंतर को रेखांकित किया।अन्ना की मौत पर EY इंडिया के चेयरमैन, राजीव मेमानी ने प्रतिक्रिया दी और कहा, “हमारे पास लगभग एक लाख कर्मचारी हैं और सभी से मेहनत की उम्मीद की जाती है। अन्ना के साथ भी ऐसा ही हुआ। हमें नहीं लगता कि कार्यभार उनकी जान ले सकता था।”
मेमानी ने इस दुखद घटना को “कंपनी के लिए अपूरणीय क्षति” बताया और कहा कि कंपनी ने परिवार को हरसंभव सहायता प्रदान की है और करती रहेगी।
अन्ना के पिता, सिबी जोसेफ ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनकी बेटी अक्सर रात 12:30 बजे तक काम करती थी। उन्होंने कहा, “हमने उसे नौकरी छोड़ने की सलाह दी थी, लेकिन उसने कहा कि यह भूमिका उसे अच्छे प्रोफेशनल अनुभव देगी।”
कंपनी के जवाब से निराश परिवार ने कहा कि अन्ना की मौत के बाद कोई कंपनी प्रतिनिधि उनसे संपर्क में नहीं आया।
हालांकि परिवार कानूनी कार्रवाई पर विचार नहीं कर रहा, लेकिन उनका कहना है कि वे सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में किसी अन्य कर्मचारी को ऐसे हालातों का सामना न करना पड़े। केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने मामले की जांच शुरू कर दी है और न्याय सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है।
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